रविवार, 15 नवंबर 2020

अयोध्या की दीवाली २०२०

 बहुत खास थी अयोध्या की दिवाली इस बार जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बहुत पहले से तैयारी कर रखी थी. इस बार अयोध्या की रामलीला का मंचन सुप्रसिद्ध सिने कलाकारों द्वारा किया गया और इसे दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल पर प्रसारित किया गया ताकि कोविड-19 किस महामारी के समय लोग घर बैठे रामलीला देखने का और सर पा सकें. रामलीला का मंचन भी बहुत खास था और इसे बहुत सराहा गया.

अयोध्या में योगी सरकार आने के बाद दीप जलाने का विश्व रिकॉर्ड बनाने का आयोजन हर साल होता है और इसी क्रम में इस बार भी 6 लाख 6 हजार 569 दीपक जलाने का विश्व रिकॉर्ड बनाया गया. इस तरह अयोध्या विश्व पटल पर अपनी पहचान छोड़ रही है.

दीपमाला का विडियो बहुत चित्ताकर्षक है .

लोगों के अपार उत्साह और कोरोना महामारी को देखते हुए सलाह दी गई थी कि लोग घर बैठे दीप जलाएं और इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक पोर्टल बनाई थी जिस पर जाकर आप एक दिया अपना भी जला सकते थे . समूचे विश्व से लोगों ने अपना अपना दिया जलाने का प्रयास किया.

यह वेबसाइट आज भी उपलब्ध है और आप चाहें तो आज भी दिया जला सकते हैं. नीचे लिंक पर क्लिक करे और अपनी पसंद का विकल्प चुनते हुए आगे बढ़ते जाए . बहुत अच्चा वर्चुअल टूर है .

अपना दिया अवश्य जलाएं - Virtual Deepotsav

सबसे अच्छी बात यह रही कि अयोध्या की दीपावली में मुस्लिमों ने दीप जलाये और राम नाम का गुणगान किया .

त्रेता युग में भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापस आ गए थे लेकिन कलयुग में उन्हें अपने घर से विस्थापित हुए 492 वर्ष हो चुके थे, उनका निवास कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंसा हुआ था . इस वर्ष उनकी घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है और शीघ्र ही उनके लिए विश्व प्रसिद्ध राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा लेकिन इस बीच भी उन्हें एक अस्थाई किंतु भव्य मंदिर में स्थापित किया गया है.

इस बार अयोध्या की दिवाली मैं कोरोनावायरस की बंदिशों के बावजूद भव्यता और उत्साह देखते ही बनता था. ऐसा लग रहा था कि त्रेता युग की दिवाली फिर से जीवंत हो रही है.

इस अवसर पर लेजर शो का आयोजन किया गया. कोरोना महामारी की वजह से बाहर से श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने पर अस्थाई रूप से रोक लगाई गई थी ताकि कोरोना संक्रमण से लोगों का बचाव हो सके लेकिन इस समूचे घटनाक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया गया था.

लेजर शो का विडियो बहुत मन मोहने वाला है .

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ भगवान श्री राम के वापस आने पर उनके स्वागत के लिए अयोध्या में थे.

भगवान श्री राम पुष्पक विमान से लक्ष्मण और सीता सहित वापस अयोध्या पहुंचे जहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया और एक शोभायात्रा के रूप में राम कथा पार्क ले जाया गया जहां पर उनका राज्याभिषेक किया गया. पूरी अयोध्या नगरी सज धज कर बिल्कुल अलौकिक, अप्रतिम और अद्भुत लग रही थी.

अयोध्या की इस अप्रतिम सुंदरता ने लोगों में विश्वास जगाया है कि अयोध्या का प्राचीन गौरव पुनः प्राप्त हो सकेगा और रामायण सर्किट के रूप में बनाई गई योजना के पूरा होने पर श्रद्धालु अयोध्या से राम वन गमन मार्ग होते हुए चित्रकूट पहुंच सकेंगे.

मुझे लग रहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में अयोध्या की दीपावली का उतना ही महत्व हो जाएगा जितना कि प्रयागराज में कुंभ मेले का होता है. जो भी श्रद्धालु या पर्यटक वाराणसी पहुंचेंगे वे अयोध्या पहुंचने का मोह नहीं छोड़ पाएंगे. इससे यहां प्राचीन गौरव के साथ साथ आर्थिक विकास की संभावनाएं अधिक प्रबल हो गई हैं.

सर्वोच्च न्यायालय ने यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन ऐक्ट 2004 को असंवैधानिक करार देने वाले इलाहाबाद हाई कोर्ट के 22 मार्च 2024 के फैसले पर लगाई रोक

हाल के वर्षों में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए कुछ निर्णय चर्चा में रहे जिनमें न्यायिक सर्वोच्चता के साथ साथ न्यायिक अतिसक्रियता भी परलक्...