सर्व बाधा विनिर्मुक्तो धनधान्य सुतान्विता .
मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यति न संशया ..
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- शिव प्रकाश मिश्र
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रविवार, 17 अक्टूबर 2010
क्षणिकाएं
(१)
प्रेम में तुम्हारे है
यही मुझसे से अन्तर,
तुम देखते हो बाहर
मै देखता हूँ अन्दर ..
(२)
एक बस कंडेक्टर ने
टिकेट बनाने में किया
नया तरीका अख्तियार,
फर्स्ट ऐड बॉक्स पर
लिख दिया
" बिना टिकेट यात्री होशियार".
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- शिव प्रकाश मिश्र
- S.P.MISHRA
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प्रेम में तुम्हारे है
यही मुझसे से अन्तर,
तुम देखते हो बाहर
मै देखता हूँ अन्दर ..
(२)
एक बस कंडेक्टर ने
टिकेट बनाने में किया
नया तरीका अख्तियार,
फर्स्ट ऐड बॉक्स पर
लिख दिया
" बिना टिकेट यात्री होशियार".
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