माँ दुर्गा के मंत्र
१.
नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नमः .
नमः प्रकृत्यै भद्रायै नियता: प्रणिता:स्मताम
..
२.
या देवी सर्व भूतेषु लक्ष्मीरुपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ..
३.
या देवी सर्व भूतेषु बुद्धिरुपेण संस्थिता
.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
४.
या देवी सर्व भूतेषु मातृरुपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
५.
जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी.
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा
स्वधा नामेस्तु ते..
६.
देहि सौभाग्यमारोग्यम देहि में परम
सुख़म .
रुपम देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ..
७.
सर्व मंगलमंगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके .
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणि नमोस्तु ते ..
८.
सर्व बाधा विनुर्मुक्तो धन धान्य
सुतान्वित:
मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय: ..
९.
शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे .
सर्वस्यर्तिहरे देवि नारायणि नमोस्तु ते ..
१०.
सर्वबाधाप्रश्मनं त्रिलोक्यस्याखिले
श्वरि .
एवमेव त्वया यर्मस्मद्वैरि विनाशनम ..
*******शिव प्रकाश मिश्रा ***********
आपका ब्लॉग पढ़ कर हमें अच्छा लगा। विजयादशमी और दशहरा क्यों मनाया जाता है इसकी जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पे विजिट करें ।
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